
दुमका। सिविल सोसायटी,दुमका की आवश्यक बैठक सिविल सोसायटी, दुमका के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा की अध्यक्षता में आवासीय कार्यालय श्रीराम पाड़ा में हुई। बैठक में उपराजधानी दुमका के रेलवे स्टेशन से कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने के लिये एक ज्ञापन शुक्रवार को सौंपने का निर्णय लिया। इस संबंध में सिविल सोसायटी के सचिव संदीप कुमार जय बमबम ने बताया कि 21 जुलाई 2023 को दुमका रेलवे स्टेशन स्थित कोल डंपिंग यार्ड का निरीक्षण एनजीटी की ओर से किया जायेगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि अभी बरसात का मौसम चल रहा है और प्रदूषण स्तर बिल्कुल न्यूनतम है, कहीं भी डस्ट देखने को नहीं मिलेगा। पेड़ों, पत्तों और सभी के घरों छत पर का डस्ट बारिश से धुल चुका है। प्रदूषण का चिन्ह तक नजर नहीं आयेगा। ऐसे में यह निरीक्षण संभवतः एक खानापूर्ति है। कोई भी जांच एजेंसी के आने के पूर्व स्टेशन परिसर को साफ सफाई कर यह दर्शाने की भरपूर कोशिश रहती है कि स्टेशन पर पूरी तरह से सफाई रहती है पर हकीकत कुछ अलग ही है। दरअसल आसनसोल रेल डीआरएम और वरीय पदाधिकारीयों की मनमानी के कारण यहां के यात्रियों और गरीब गुरबों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसका विरोध सिविल सोसायटी, दुमका करती है। यहां बताते चलें कि संयुक्त कमेटी द्वारा कोयला यार्ड का स्थल जांच कर एक बैठक भी बुलाई गई है जिसमें कि वरीय पदाधिकारी भाग लेंगे। यहां बताते चलें कि दुमका पूरे भारत में संभवतः पहला स्टेशन है जहां रेलवे प्लैटफॉर्म के नजदीक कोयला डंपिंग यार्ड बना कर आम जनों के स्वास्थ्य के साथ रेलवे के मुठ्ठी भर पदाधिकारी खिलवाड़ कर रही है। बैठक में वरीय उपाध्यक्ष प्रेम केसरी,उपाध्यक्ष प्रदीप्त मुखर्जी, मनोज कुमार घोष,कोषाध्यक्ष सुरज केसरी, मिडिया समन्वयक चंदन कुमार, जगरनाथ पंडित, धुर्व कुमार, अखिलेश झा आदि उपस्थित थे।