
दुमका। ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल, दुमका के अंतर्गत शिकारीपाड़ा प्रखंड में जंगला से खाडूकदमा तक सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। यह सड़क जामवाद गांव होते हुए गुजर रही है। आरोप है कि इस निर्माण कार्य में विभागीय इंजीनियर और संवेदक द्वारा बिना रैयत की सहमति के उसकी निजी जमीन पर जबरन सड़क बनाई जा रही है।
जामवाद मौजा के जमाबंदी नंबर 20, प्लॉट नंबर 3 के रैयत आवेद्दीन मियां ने बुधवार को उपायुक्त दुमका को आवेदन देकर अपनी पीड़ा जताई। उन्होंने बताया कि जिस जमीन पर सड़क बनाई जा रही है, वह उनकी कृषि योग्य निजी जमीन है, जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। रैयत का आरोप है कि संवेदक ने जबरन उस जमीन पर मिट्टी गिरा दी और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी।
आवेद्दीन मियां ने कहा कि संवेदक ने उन्हें धमकाते हुए कहा—”जो करना है कर लो, सड़क तो यहीं बनेगी। अगर दोबारा इस जमीन पर दिखे तो जान से मार देंगे।” उन्होंने बताया कि संवेदक का रवैया काफी दबंगई वाला है, जिससे उनका पूरा परिवार भय के साए में जी रहा है।
रैयत ने उपायुक्त से जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने की मांग की है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर शिकायत पर क्या कार्रवाई करता है।