
मधुपुर। झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन संवर्धन और सुविधा विधायक 2022 के विरोध में झारखंड फेडरेशन चेंबर ऑफ कॉमर्स के राज्यस्तरीय आह्वान पर, झारखंड सरकार द्वारा पारित कृषि एवं पशुधन विपणन विधेयक 2022 के तहत लगाए गए 2 परसेंट बाजार समिति शुल्क के विरोध में मधुपुर के खाद्यान्न पशु आहार विक्रेताओं ने मधुपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन शनिवार को भी बंद का असर देखने को मिला। शहर के स्टेशन रोड, गांधी चौक, हटिया रोड, थाना रोड की खधान के दुकाने स्रवतः स्फुर्ति बंद रही वही मधुपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव मोती सिंह ने बताया कि मधुपुर व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद रखकर कृषि कानून का विरोध जताते रहे चेंबर के द्वारा घोषित बंद का व्यापारियों का अपार समर्थन मिल रहा है इधर शनिवार को व्यापारियों ने धरना देकर अटूट एकता का परिचय देरहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि भले ही छोटे प्रतिष्ठान खुले जाए लेकिन थोक दुकाने बंद रहेगा जब तक मांग वापस नहीं होता कृषि कानून वापस नहीं लिया जाएगा तब तक बंद रहेंगे उन्होंने कहा कि बाजार समिति में 2% का टैक्स लगाए जाने से जनता पर बोझ बनेगा लगातार बंद के वजह से आम जनमानस को भी परेशानी बढ़ रही है वही झारखंड सरकार इस कानून को जब तक वापस नहीं लेती है तब तक चेंबर ऑफ कॉमर्स की हड़ताल और बंदी अनिश्चितकालीन के लिए चलेगी और इस कारण होने वाले नुकसान और परेशानी की जिम्मेवारी झारखंड सरकार की होगी। मुख्य रूप से पप्पू चौधरी अंकित लच्छीराम का रामू बथवाल अजीत शाह शेखर लच्छीराम का अमर चौधरी उत्तम मोहन का अशोक चौधरी दिनेश मोदी अटल मोदी राकेश जयसवाल जोगेश्वर मंडल बंटी बथवाल बछवाल महेश रतवाल अभिषेक गुटगुटिया पंचानन मंडल कल्लू डालमिया किशन कालबेलिया रमेश डालमिया विजयलक्ष्मी राम का आदि शामिल थे!
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