
देवीपुर। झारखंड प्रदेश सहिया संघ के आह्वान पर राज्य भर की 42 हजार से अधिक सहिया हड़ताल पर चली गई है।जिस कारण स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है।सहिया का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग का सारा काम उसे करना पड़ता है और बदले में महज दो हजार रुपए अल्प मानदेय वर्षो से दिया जा रहा है।कोरोना काल में जब लोग घर से नहीं निकलता था,पिता बेटे को बेटा पिता को नहीं पहचान रहा था उस समय सहिया घर घर जाकर लोगों का जांच कराना,दवा खिलाना,टीका लगवाना,पिड़ीत व्यक्ति को कोरोंटाइन कराना,बाहर से आने वाले लोगों का रिपोर्ट करना आदि दुरुह कायॅ जान को हथेली पर लेकर करना पड़ा था।बदले में सरकार ने एक फूटी कौड़ी नहीं दी।हर राष्ट्रीय और राज्य का स्वास्थ्य से संबंधित काम उन्हें करना पड़ता है। आज से डीईसी और अल्बेंडाजोल दवा वितरण का काम बुरी तरह सहिया का हड़ताल पर चले जाने से प्रभावित हो गया है।देवीपुर प्रखंड में कुल 14 क्लस्टर में 289 सहिया कायॅरत है।अधिकांश सहिया संघ के आह्वान पर हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवा का कार्य ठप हो गया है।
सहिया के हड़ताल में चले जाने से सरकार में हड़कंप व्याप्त है।सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की ओर से धमकी भरा पत्र सहिया को भेजा जा रहा है।जिसमें काम नहीं करने वाली सहिया का रिपोर्ट करने के लिए बीटीटी,सहिया साथी,ग्रामसभा,स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति को चेतावनी दी गई है।
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