बनभूलपुरा। बनभूलपुरा में हुए सीमा खान हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया है। हत्यारोपित ने पुलिस को बताया कि सीमा के लिए उसने अपना परिवार छोड़ दिया था, लेकिन सीमा अपने पहले पति के घर जाने लगी थी। रिश्ते के भाई के अलावा अन्य लोगों से भी बात करती थी, जो उसे पसंद नहीं था।
अवैध संबंध के शक में उसने बच्चों की गैरमौजूदगी में चाकू से सीमा का गला रेतकर हत्या कर दी। बीते शनिवार की रात मलिक का बगीचा वार्ड 31 में किराए पर रहने वाले यूनुस ने अपनी दूसरी पत्नी सीमा खान का गला रेतकर हत्या कर दी थी।
वारदात के बाद हत्यारोपित फरार हो गया था। मामले में सीमा के मुंह बोले भाई अफसर खान उर्फ बब्लू ने थाने में प्राथमिकी कराते हुए बताया कि सीमा का निकाह 15 साल पहले बनभूलपुरा निवासी शादाब से हुआ था। दोनों के चार बच्चे अमन, खुशी, अरहान व रेहनुमा हैं। ढाई साल पहले सीमा ने शादाब को शरियत के हिसाब से तलाक देकर गोपाल मंदिर के पास रहने वाले यूनुस से दूसरा निकाह कर लिया था।
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि वारदात के बाद हत्यारोपित को पकड़ने के लिए बनभूलपुरा पुलिस जुटी थी। रविवार को उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में यूनुस ने बताया कि सीमा से दूसरी शादी करने के बाद अक्सर विवाद होता था। उसे शक था कि सीमा उसकी गैरमौजूदगी में कई लोगों से बात करती थी। पहले पति से मिलना व रिश्ते के भाई से बात करना उसे पसंद नहीं था। सीमा का मोबाइल काफी समय तक व्यस्त रहता था। कई बार उसे समझाने का प्रयास किया। कोई बदलाव नहीं आने पर हत्या की योजना बना ली और चाकू खरीदकर ले आया। शनिवार को सीमा के मोबाइल पर फोन आया। कॉलर से वह बिहार जाने के लिए बात कर रही थी।
यूनुस ने पुलिस को बताया कि उसने सीमा से लाउड स्पीकर ऑन करने को कहा तो उसने मना कर दिया। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। उसने चाकू निकालकर सीमा का गला रेत दिया। मौत के बाद वह चाकू को घटनास्थल के पास ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस टीम में ये रहे शामिल थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी, एसआइ संजीत राठौर, एसआइ मनोज यादव, विरेंद्र चंद, विनोद घई, हेड कांस्टेबल नारायण वर्मा, कांस्टेबल दिलशाद अहमद, रिजवान अली, परवेज अली व छोटे लाल। गले की हड्डी भी हुई अलग हत्यारोपित यूनुस ने गला रेतने के लिए नया चाकू खरीदा था।चाकू इतना तेज था कि सीमा के गले की हड्डी भी अलग हो गई। धड़ अलग होने के लिए पीछे के हिस्से का कुछ मांस बचा था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। विसरा सुरक्षित रखकर जांच के लिए फारेंसिक लैब में भेजा जा रहा है।
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