बच्चोँ की फीडिंग और महावारी की नो टेंशन

देवघर I देवधिदेव की नगरी देवघर में 4 जुलाई से आयोजित हो रहे विश्वप्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले में इस वर्ष काफी कुछ नया देखने को मिलेगा । जिला प्रसाशन ने बाबाधाम आने वाले शिव भक्त कँवड़ियों को सुखद एहसास के साथ ही उनकी भक्तिमय काँवड़ यात्रा को यादगार बनाने का पूरा इंतजाम किया है । इस वर्ष जिला प्रसाशन की तरफ से उन महिला काँवड़ यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है जो नवजात बच्चों को भी साथ लेकर चलती हैं या जिन्हें सफर के दौरान महावारी की समस्या का सामना करना पड़ता है ।
सूचना केंद्र और स्वास्थ्य शिविर में होंगे फीडिंग रूम
देवघर के जिलाधिकारी ने कहा है की, इस वर्ष काँवड़ लेकर बाबाधाम पहुंचने वाली उन तमाम महिला श्रद्धालू भक्तों के लिए दुम्मा से खिजुरिया तक के 10 किलोमीटर कँवड़िया पथ में जगह जगह सूचना केंद्र और स्वास्थ्य शिविर स्थापित किए गए हैं । इन तमाम शिविरों में महिलाओं की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए फीडिंग रूम तैयार किया गया है ताकि, वह अपने बच्चे को आराम से दूध पिला सकें । इतना ही नहीं, कई दफे महिला कांवड़ियों को कावड़ यात्रा के दौरान महामारी की समस्या का सामना करना पड़ता है इसके लिए भी जिला प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं । जिलाधिकारी बताते हैं कि तमाम सूचना केंद्र समेत स्वास्थ्य केंद्र में भी महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकिन मुफ्त देने का इंतजाम किया गया है ताकि उन्हें राहत मिल सके ।
गंगा की चिकनी रेत पर मिलगा पैरों को आराम, इंद्रवर्षा दिलाएगा गर्मी से निजात
रिपब्लिक नेशन के रिपोर्टर से खास बातचीत के दौरान देवघर के जिलाधिकारी मंजुनाथ भजंत्री ने बतलाया की, झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही कँवड़िया भक्तों के पैरों को रेशमी एहसास का अनुभव होगा । दुम्मा बॉर्डर से खिजुरिया तक यानी पूरे 10 किलोमीटर तक इस वर्ष गंगा की चिकनी रेत बिछाई गई है । जो पैरो को ठंडक महसूस कराएगी साथ ही पूरे कँवड़िया पथ में जगह जगह फव्वारे लगाए गए हैं. जिसे इंद्रवर्षा का नाम दिया गया है. यह इंद्रवर्षा भोले के भक्तों को गर्मी से राहत तो दिलाएगी ही साथ ही इसके ठंडे जल से थकान भी दूर होगी ।
सूबे के कृषिमंत्री बादल पत्रलेख करेंगे मेले का उद्घाटन
सोमवार यानी 3 जुलाई को देवघर के दुम्मा बॉर्डर पर विश्वप्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले का विधिवत उद्घाटन किया जायेगा. राज्य के कृषिमंत्री बादल पत्रलेख मेले की शुरुआत करेंगे. जिसके बाद 4 जुलाई से दो महीने तक चलने वाले इस श्रावणी मेले की शुरुआत हो जाएगी. बाहरहाल, मेले के आयोजन को लेकर जिला प्रसाशन पूरी तरह तैयार है ।