छात्राओं को आत्मरक्षार्थ दिया जाएगा प्रशिक्षण

पाकुड। अभाविप झारखंड के प्रदेश कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन झारखंड की शैक्षणिक दुर्दशा , दिग्भ्रमित युवा और राज्य के विकास में बाधक दिशाविहीन जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान विद्यार्थी परिषद् झारखंड के प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत ने कहा कि शिक्षा युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य में शैक्षिक व्यवस्था से युवा दिग्भ्रमित हो रहे है। शिक्षा को रोजगार अनुकूल बनाने की जगह सरकार भाषा,नियोजन नीति तो कभी 60-40 आदि के नाम पर युवाओं को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रही है।विद्यार्थी परिषद राज्य के छात्रों के हित में सरकार के विरोध में जोरदार आंदोलन खड़ा करेगी। जो ऐतिहासिक एवं सकारात्मक परिवर्तन का कारक बनेगा। अभाविप ने प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में सरकार से यह मांग किया कि सरकार समाज के सभी वर्ग के प्रति संवेदनशील बने। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों के लिये बसों का परिचालन किया जाय। ड्रॉपआउट छात्र छात्राओं को शिक्षण संस्थानों से जोड़ने का कार्य किया जाय। बैठक में राज्य के वर्तमान शैक्षणिक एवं सामाजिक परिदृश्य पर दो प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस संबंध में प्रदेश संगठन मंत्री राजीव रंजन जी ने कहा कि परिषद राज्य के शैक्षणिक समस्याओं को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन देकर उसके समाधान के लिए आग्रह करेंगी। ग्रीष्मावकाश काल में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता व्यक्तित्व निखार शिविर, मिशन साहसी के तहत छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण का आयोजन करेगी। अभाविप के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक ने कहा कि आगामी कार्य योजना तथा संगठन के विस्तार हेतु प्रदेश कार्यकारिणी बैठक महत्वपूर्ण है।अभाविप के कार्यकर्ताओं ने आजादी के 75 वर्ष में देश के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को खोजा। इस वर्ष 10 मई को विद्यार्थी परिषद नई दिल्ली में देशभर के स्वतंत्रता के गुमनाम सेनानियों अथवा उनके परिजनों को सम्मानित कर उनके जीवन पर पुस्तक का प्रकाशन करेगी।बैठक में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में बढ़ रही धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद, ,बांग्लादेशी घुसपैठ एवं तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित होकर शैक्षणिक परिसरों का प्रयोग की घटनाओं पर गहन चिंतन मंथन किया।