
पाकुड़ जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं है, लेकिन उनका मार्गदर्शन सहयोग हमेशा मेरे लिए रहा है: धनंजय कुमार झा
पाकुड़। पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा अंचल क्षेत्र के पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक के आवंटी पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन एवं एमडीओ डीबीएल (दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड) के द्वारा माइनिंग और ट्रांसपोटिंग कोयले की पहला रैक पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन द्वारा हरी झंडी दिखाकर सोमवार को पंजाब राज्य के रोपड़ भटिंडा के लिए रैक को रवाना किया।आपको बताते चले कि बिगत 31 मार्च 2015 से बंद पड़ी थी यह कोल माइंस। पाकुड़ रेलवे साइडिंग पर ढलते शाम को डीबीएल और पंजाब स्टेट पावर कॉपोर्रेशन के अधिकारी की उपस्थिति होकर रैक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अमड़ापाड़ा अंचल क्षेत्र के पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक से माइनिंग की गई कोयले 2 दिसंबर को माइंस में विधिवत भूमि पूजन के पश्चात ट्रांसपोर्टिंग कर लाया गया कोयला सोमवार लोटा मारा कोल भंडारण साइडिंग से पहला ट्रेन रैक को हरी झंडी दिखा कर रवानगी की गई। पीएसपीसीएल के चीफ इंजीनियर जे एस भाटिया, डीबीएल के वाइस प्रेसिडेंट धनंजय झा, प्रोजेक्ट मैनेजर देवेंद्र झा, एडीआरएम राजीव रंजन, रोशन कुमार, सुजीत कुमार सिन्हा, सुशांत चंद्रा, वेद प्रकाश, कमल कुमार, आर्यन कुमार, स्टेशन प्रबंधक डी. डी. हेंब्रम सहित रेल के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर कोयले से लदी पहला रेलवे रैक को रवाना किया। लोटामारा स्थित रेलवे साइडिंग कार्यक्रम में बैठे लोगों को
संबोधित करते हुए पीएसपीसीएल चीफ जेएस भाटिया ने कहा रेलवे से क्लीयरेंस लेने थे। ओवर एग्रीमेंट करने थे वही मौके पर श्री भाटिया ने कहा कि हमने एक बार कहा रेलवे द्वारा चार गुणा रिस्पांस मिला और काम आसानी से हो गया। वही इस शुभ अवसर पर सभी रेलवे पदाधिकारी को धन्यवाद दिया। धनंजय झा ने कहा पाकुड़ जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं है लेकिन उनका मार्गदर्शन सहयोग हमेशा रहा है जितने भी पुलिस प्रशासन के अधिकारी हैं सुबह 7 बजे से लेकर शाम तक डटे रहें इन के सहयोग से हमारा कार्यक्रम सफल हुआ है। भाटिया साहब को धन्यवाद दिया उनकी एनर्जी लेवल देखकर सराहना किया। कोयले का पहला रैक जाने से कोल कंपनियों में खुशी की लहर देखी गई। मौके पर स्थानीय ग्रामीण सहित दर्जनों ट्रांसपोर्टर मौजूद थे।
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