बंदोबस्त कार्यालय का कारनामा: शिव मंदिर के 8 एकड़ जमीन को दलालों के नाम किया

Shiv_02 May 2024

दुमका। झारखंड की उपराजधानी दुमका में स्थित बंदोबस्त कार्यालय में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि दुमका जिले में स्थित शिवमंदिर की जमीन की बंदोबस्ती कुछ लोगों के नाम पर करने से नहीं चूकता है और उसके बाद पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों को शिवमंदिर के जमीन को बचाने के लिये कोर्ट कचहरी का चक्कर लगाना पड़ रहा है। यह मामला है दुमका जिले के सरैयाहाट अंचल के बभनी मौजा का। यहां सरैयाहाट अंचल के झोपा सर्किल में गेंजर सर्वें सेंटलमेंट में खाता नं. 47 में शिवोत्तर शंभुनाथ महादेव के नाम से जमीन अंकित है। शिवोत्तर  महादेव के नाम से कुदल 44 एकड़ 26 डिसमिल जमीन है। इस जमीन को बंदोबस्त कार्यालय के द्वारा श्रीधर महतो, बसंती देवी, राजकनद महतो एवं गुलावती देवी के नाम से अंकित कर दिया ताकि इस जमीन को दखल कर सके। जैसे ही ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और उसके बाद से ही लगातार उपायुक्त दुमका को इसकी शिकायत। उसके बाद इस मामले को बंदोबस्त न्यायालय में भेज दिया गया। जहां अब तक इसकी सुनवाई के नाम पर बंदोबस्त न्यायालय के द्वारा टाला जा रहा हैं सैकड़ों ग्रामीणों ने दावा किया है यह जमीन शिवोत्तर महादेव मंदिर की है जहां मंदिर भी स्थित है और सैकड़ों वर्षों से यहा शिवरात्री पर बड़ा मेला लगता है। इस जमीन का स्थानातंरण कुछ लोगों के नाम पर करने से नाराज शिवभक्तों ने उपायुक्त से इसकी शिकायत की तो वहीं बभनी के ग्राम प्रधान दरबारी हांसदा इस जमीन को बचाने के लिये लगातार केस लड़ रहे है वही बंदोबस्त कार्यालय के कमी काफी आराम से है। सोचिये की बंदोबस्त कार्यायल के कर्मी शिवमंदिर की जमीन की हेरा फेरी से बाज नहीं आ रहे है तो आम लोगों की जमीन के मूल जानकारी के साथ ये लोग क्या कर रहे होंगे। वहीं इस माले में रमेश हांसदा, कुदंन हांसदा, विभीषण यादव, नारायण यादव, दीपक यादव, नंदलाल सिंह, एजा देवी, कंचन देवी, बबलु मुर्मू, पंकज यादव सहित सैकड़ो की संख्या ग्रामीण मांग कर रहे है  इस जमीन की देख रेख सरकार को करनी चाहिए और फैसला तुरंत होना चाहिए बावजूद सिर्फ ग्रामीणों को तारीख के नाम पर परेशान भी किया जा रहा है।

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