
जम्मू: पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बावजूद वार्षिक अमरनाथ यात्रा मंगलवार से कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गई। पहले जत्थे के श्रद्धालु जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुए। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर यात्रा के लिए रवाना किया और सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और शांतिपूर्ण यात्रा की शुभकामनाएँ दीं।
यात्रा मार्ग पर मल्टी-लेयर सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है और हर वाहन और श्रद्धालु पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल काफिले में ही यात्रा करें ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
पिछले हमलों से सबक
अमरनाथ यात्रा को पहले भी आतंकियों ने निशाना बनाया है।
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2017 में आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर हमला कर दिया था, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे।
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इसके अलावा 2000 और 2001 में भी अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले हुए थे, जिनमें कई श्रद्धालु और सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे।
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हर हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है और इस बार प्रशासन ने रिकॉर्ड स्तर पर सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
आस्था से बड़ा कोई डर नहीं
श्रद्धालु इन खतरों के बावजूद बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। इस साल चार लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई गई है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षाबल श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।