लोक सभा चुनाव के लिये नामाकंन करने पहुंचे जयराम महतो को किया गिरफ्तार

रांची। झारखंड में स्थानीय नीति और 1932 को लेकर आंदोलन करके झारखंडी युवाओं के चहेते नेता बने जयराम महतो को नाटकीय ढंग लोक सभा चुनाव के लिये नामाकंन करने दौरान ही गिरफ्तार कर लिया गया है। रांची विधानसभा का घेराव करने के मामले में जयराम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। चुनाव के लिये जयराम ने पहले ही घोषणा की थी। 01 मई 2024 को गिरिडीह लोक सभा चुनाव लड़ने के लिये बुधवार को नामाकंन करने के लिये जयराम ने उनके दादी और मां के पैर छुकर आर्शीर्वाद लिया और उसके बाद नामाकंन करने के लिये निकल पड़े। 

इसी दौरान रांची पुलिस भी गिरडीह लोक सभा के लिये जयराम के समर्थकों के साथ डटै होने के बावजूद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। ऐसी सूचनाएं आ रही है। पूर्व में भी जयराम महतो को रांची पुलिस ने आंदोलन के लिये गिरफ्तार कर लिया था और उसके कुछ घंटों बाद ही उन्हें छोड़ दिया। जहां जयराम के हजारों समर्थक मौजूद है वहीं से जयराम को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे झारखंड में जयराम की स्थिति मजबूत होगी या  चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। यह भविषय बताएगा। इसके पूर्व  जयराम ने समर्थकों के साथ क्रातिकांरियों शहीदों प्रतिमा पर मार्ल्यापण किया और गिरिडीह लोक सभा के लिये नामाकंन के करने के लिये निकले थे। उनके साथ सर्मथकों की काफी भीड़ देखी जा रही है। पूरे झारखंड के से समर्थक जमराम के रैली में शामिल होने के लिये गिरिडीह पहुचे है और उनके सर्मथकों का काफिला काफी बड़ा है। आंदोलन के नेता रहे जयराम पहली बार लोक सभा चुनाव लड़ रहे है। गिरिडीह लोक सभा से प्रत्याशी के रूप में नामाकंन करने के बाद जयराम समर्थकों को संबोधित करेंगे। जयराम महतो पर भाजपा और जेएमएम के साथ कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी की नजर भी बनी हुई है। चुनाव परिणाम ही बताएगा कि जयराम की आवाज भारत के ससंद झारखंड में 1932 का खतियान और स्थानीय नीति का लेकर गूंजेगा या नहीं। 

The short URL of the present article is: https://bharatbulletin.in/s6vl