
दुमका। सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष डॉ विनोद कुमार शर्मा के नेतृत्व में एकेडमिक भ्रमण किया। यह शैक्षणिक भ्रमण ‘‘जिला मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र दुमका’’ आईसीटीसी व एआरटी ( एंटी रेट्रोवायरल थैरेपी) सेंटर का किया। जिला मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र के साइकेट्रिक सोशल वर्कर डॉ जुल्फिकार अली भुट्टो ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा संबंधी बातों को जानकारी दिया। उन्होंने मेंटल स्टेटस परीक्षा (एमएसइ) जो मानसिक रोगी के जांच का अहम हिस्सा होता है उसके बारे में विस्तार से बतलाया। वही विभागाध्यक्ष सह नैदानिक मनोवैज्ञानिक सह मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया के नोडल ऑफिसर डॉ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि देश में मानसिक रोगियों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है।
देश में करीब 95ः लोग न्यूरोटिक लक्षणों के शिकार हैं। मनोविज्ञान की उपयोगिता इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोग मनोचिकित्सा की मांग करने लगे है। डॉ शर्मा ने विद्यार्थियों को आरंभिक बिहेवियरल ऑब्जर्वेशन से लेकर मनोचिकित्सा के विभिन्न स्टेप्स के बारे में बतलाया। मानसिक परीक्षणों यथा व्यक्तित्व परीक्षण (रोशार्क टेस्ट, टीएटी, एमएमपी आई आदि), बुद्धि परीक्षण (बीने टेस्ट, वेशलर टेस्ट आदि), के बारे में संक्षिप्त जानकारी दिया तथा उसकी उपयोगिता को बतलाया। विद्यार्थियों को आईसीटीसी ( इंटीग्रेटेड काउन्सलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर), अर्श ( एडोलेसिसेंट रिप्रोडक्टिव सेक्सुअल हेल्थ) सेंटर आदि का भी भ्रमण कराया एवम उसका मनोविज्ञान से किस प्रकार जुड़ाव है छात्रों को अवगत कराया गया। शैक्षणिक भ्रमण करने वाले विद्यार्थियों में मिथलेश कुमार, सुदीप्ता हेंब्रम, पुजा मुर्मू, पुजा कुमारी, एक्सलें टुडू, सरला कुमारी, ज्योति कुमारी, उषा कुमारी, जॉन सोरेन, छोटेन टुडू, मायनोसॉरी हेंब्रम, किरण हेंब्रम, किरण कुमारी, फिलोमिना हांसदा, सुसांति टुडू, मानवी कुमारी, आदि शामिल थे। विद्यार्थियों ने इस एकेडमिक भ्रमण को प्रेरणादायक बतलाया। उन्होंने इससे काफी कुछ व्यवहारिक ज्ञान हासिल किया।