सीएमटीसी जरमुंडी में तीन दिवसीय सामाजिक समस्या उप समिति को दिया गया प्रशिक्षण

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बासुकीनाथ। जरमुंडी प्रखंड स्थित सीएमटीसी सेंटर में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हुआ। इस शिविर के बारे में जानकारी देते हुए प्रशिक्षक सह जरमुंडी के बीपीएम वरुण शर्मा ने बताया कि झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा ग्राम संगठन के सामाजिक समस्या उप समिति का तीन दिवसीय शिविर का समापन शनिवार को हुआ। यह शिविर पिछले 24 नवंबर दिन गुरुवार से आयोजित था, जिसका समापन 26 नवंबर दिन शनिवार को हुआ। इसमें जेंडर तथा हिंसा पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक डीआरपी मीना देवी तथा अनीमा देवी द्वारा जन्म से लेकर बुढ़ापे तक महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा के बारे में प्रशिक्षण दिया। जैसे कि गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या, जन्म के समय लड़की के जन्म पर मातम, बच्ची की खाना पढ़ाई खेलकूद में कमी, किशोरियों को काम का बोझा, रोक-टोक, यौनिक हिंसा, विवाह के बाद बाप की संपत्ति में हिस्सा नहीं, युवतियों को काम का बोझ, ससुराल का दबाव, यातना, बच्चे पैदा करना, विधवा महिला को खान पान, सजने घूमने पर रोक, शुभ काम में शामिल ना होना, पति की संपत्ति पर अधिकार नहीं, वृद्धा को खान-पान, प्यार, आदर, सेवा इलाज में कमी आदि बातों की जानकारी दी गयी।
जेएसएलपीएस द्वारा जरमुंडी प्रखंड में संचालित सोशल डेवलपमेंट कार्य के नोडल कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर टिंकु कुमार मंडल द्वारा बताया गया कि हिंसा को झेलने वाली महिला सिर्फ तब तक प्रताड़ित है जब तक वह समस्या से बाहर आने का निर्णय नहीं लेती और वह तकलीफ से बाहर नही आना चाहती है। वह इसके लिए हिम्मत और साहस नहीं जुटा पाती है। हिंसा के कारण उसका आत्मविश्वास बहुत कमजोर हो जाता है। उसका सशक्तिकरण तब ही हो सकता है जब वह खुद मानसिक रूप से तैयार होकर अपनी लड़ाई के लिए आगे कदम बढ़ाए। जरमुंडी के बीपीएम वरुण शर्मा द्वारा बताया गया कि महिला के खिलाफ हिंसा क्या है। उन्होंने बताया कि जेंडर आधारित हिंसा का कोई भी व्यवहार जिसकी वजह से महिलाओं को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक या यौनिक नुकसान पहुंचे या नुकसान पहुंचाने की संभावना हो इसके लिए सखी मंडल के सभी दीदियों को आगे आकर इस कार्य को करना है और अगर समाज में कोई दीदी पीड़ित होती है तो उसका समस्या को भी हल करना है। कार्यक्रम का समापन के बाद जरमुंडी मदनपुर गांव में हिंसा आधारित महिलाओं द्वारा एक रैली भी निकाली गई। जिसमें महिलाओं ने नारा दिया- ‘महिलाएं आगे बढ़ रही है कुरीतियों से लड़ रही है, महिलाओं ने यह ठाना है शोषण के विरुद्ध आवाज उठाना है.’
 ‘नारी नारी की पुकार अब ना सहेंगे अत्याचार,
 चल बहिनिया मिलकर जाएं भेदभाव को दूर हटाए,’
 ‘हिंसा नहीं सम्मान चाहिए जीने का अधिकार चाहिए, आवाज दो, हम एक हैं,’ ‘घर घर शिक्षा का दीप जलाएंगे बाल विवाह को बंद कराएंगे’ सहित कई अन्य नारा लगाते हुए महिलाओं को जागरूक किया गया। इस मौके पर सखी मंडल की दर्जनों दीदियां व अन्य शामिल थे।
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