वृक्षारोपण के साथ पर्यावरण का संरक्षण

वृक्षारोपण के साथ पर्यावरण का संरक्षण सबसे जरूरी: नलिन

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के दूधाजोल गांव में 73वां वन महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक नलिन सोरेन ने शामिल हुए। दुमका वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिरूप सिन्हा, दो प्रशिक्षु वन अधिकारी के साथ पहुंचे। इस अवसर पर शिकारीपाड़ा बीडीओ संतोष कुमार चौधरी, सीओ राजू कमल, रेंजर एचडी सिंह सहित स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे। विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण जरूरी है। वृक्षों के कमी के कारण वातावरण प्रदूषित हो रहा है जिसे रोकना काफी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पौधारोपण जरूर करना चाहिए। दुमका डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने बताया कि इस वन महोत्सव में आठ लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि वनों की कटाई के मामले में वन विभाग काफी गंभीर है। इस तरह के मामले सामने आने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाती है। हाल के दिनों में कई लकड़ी मिल पर करवाई हुई है। साथ ही साथ अवैध लकड़ी लदे वाहनों को भी जप्त किया गया।

The short URL of the present article is: https://bharatbulletin.in/qqj7

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *